अशोकनगर । शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 3 मार्च से जीवाजी विश्वविद्यालय की स्नातक के बीए, बीएससी और बीकॉम फायनल इयर की वार्षिक परीक्षाओं की शुरुआत मंगलवार से हुई। बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा में प्रवेश नहीं मिलने पर अशोकनगर में रहने वाली छात्रा ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
छात्रा की बहन ने बताया कि वह अपनी ससुराल में थी। उसे जानकारी मिली तब वह यहां आई है। बताया गया है कि छात्रा ने अपनी सहेली को फोन लगाकर कहा था कि वह परीक्षा देने साथ में चलेगी क्या? उसके परिजनों ने बताया कि वह परीक्षा देने चली गयी। इसके बाद छात्रा जब परीक्षा देने गयी तो वह लेट हो गइ। इससे छात्रा को प्रवेश नहीं मिला जिससे निराश होकर छात्रा ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। इस संबंध में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा हिमांशु शर्मा ने बताया कि उक्त छात्रा ने इल्लीमार दवा खा ली थी। जिसका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। चाबी नहीं मिली तो कमरे की ताला तोड़कर कराई परीक्षाः बीए तृतीय वर्ष का सुबह की पाली में हिंदी साहित्य और इंग्लिश साहित्य का प्रश्नपत्र था जिसमें 649 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। किन्तु परीक्षा केंद्र पर एक परीक्षा कक्ष के न खुलने के बाद कक्ष के बाहर छात्र-छात्राएं खड़े रहे। कक्ष में लगे ताले की चाबी गुम हो जाने के कारण बाद में कक्ष के ताले को तोड़ा गया। जिसके बाद परीक्षार्थी अपनी परीक्षा दे सके।
दो परीक्षार्थी बिलम्ब से परीक्षा देने पहुंचे थे जिससे उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया था
उधर दूसरी ओर शासकीय नेहरू महाविद्यालय के परीक्षा प्रभारी प्रो एसके तिवारी से जब चर्चा की गई तो उन्होंने कहाकि बीए, बीकॉम और बीएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं 3 मार्च से होना थी। अब वह 20 मार्च से होगी। सुबह की पारी में बीए, बीकॉम, बीएससी फायनल की परीक्षाएं आयोजित की गई थी। उस दौरान परीक्षा कक्ष की चाबी कहीं गुम हो गयी थी। छात्र-छात्राओं को देरी न हो इस कारण कक्ष का ताला तोड़कर बदला गया है। परीक्षा देने के दौरान एक छात्रा एक घंटे 40 मिनट की देरी से पहुंची थी। उसे उच्च शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालय के नियम के कारण परीक्षा केंद्र पर प्रवेश नहीं दिया गया था। तथा एक अन्य छात्र भी 2 घंटे 10 मिनट की देरी से पहुंचा था, उसे भी प्रवेश नहीं दिया गया है।