अशोकनगर । जिला मुख्यालय होने के बाद भी इस शहर के नागरिकों की मानसिकता में आज भी बदलाव नहीं आया है। प्रयास भी हुए, लेकिन प्रयासों की रूपरेखा ठीक से नहीं बन सकी। जिसके कारण हर वर्ष प्रयास असफल साबित होते रहे। नपा में चुनी गई सरकारें आती हैं और चली जाती हैं, लेकिन शहर के ह्दय स्थल गांधी चौक पर लगने वाले हाथ ठेले और दुकानों को कोई स्थायी ठिकाना नहीं मिल सका, लेकिन कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा ने इस समस्या का हल ढ़ूंढ निकाला है। अब यह दुकानें व हाथ ठेले गांधी चौक की जगह विश्रामगृह के पीछे जो जगह पड़ी है वहां जगह को खाली कराकर इन्हें लगाने का निर्णय लिया गया है। जिससे वर्षों पुरानी समस्या का निराकरण होगा और गांधी चौक अब इस तरह की दुकानों से नजर नहीं आएगा।
रविवार का दिन होने के बाद कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा तहसीलदार व नपा के अमले के साथ इस समस्या के निराकरण का हल करती नजर आईं। उन्होंने विश्रामगृह के पीछे जो लोक निर्माण विभाग का हिस्सा है जहां विभाग का फालतू सामान पड़ा रहता है। उस हिस्से का एक द्वार गांधी चौक पर खुलता है। उस स्थान पर लगभग 10 हजार वर्गफीट क्षेत्र ऐसा है जहां आसानी से इस तरह की दुकानें लग सकती हैं। इन छोटे दुकानदारों का हमेशा तर्क रहा है कि उन्हें गांधीचौक से यदि हटाया जाता है तो उन्हें कोई सुविधा युक्त स्थान प्रदान किया जाए। इन छोटे दुकानदारों ने गांधी चौक पर बने एफओबी ब्रिज के नीचे भी अपनी दुकानें लगी हैं। जिसके कारण गांधी चौक से वाहनों के निकलने के साथ-साथ चल समारोह के आयोजनों में भी समस्या आती है।
वाहन पार्किंग के लिए भी साइट तय की गई
इस समस्या के निराकरण को लेकर कलेक्टर ने पूरे स्थान का अवलोकन किया। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री दिलीप बिगोनिया को निर्देश दिए हैं कि उनका जो भी सामान है चाहे वह डामर की खाली टंकियां हो उन्हें तत्काल हटाया जाए। नपा का कोई भी स्थान जहां खाली है वहां इन्हें रखवा दिया जाए। जिन चोकीदारों के क्वार्टर यहां बने हैं उन्हें अच्छा स्थान दिया जाए। ताकि यहां आसानी से हाथ ठेले वालों के चाट के ठेले और मनिहारी की दुकानें भी लग सकें। इसके अलावा पुल के नीचे दुपहिया वाहनों को खड़ा होने के लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। गांधी चौक के ऊपरी तल पर बने शॉपिंग काम्प्लेंस पर जाने के लिए जो जीना बना है उसे भी हटाने के निर्देश दिए गए। इस दौरान तहसीलदार इशरार खान ने बताया कि पुरानी अदालत जो कभी तहसील थी वहां परिवार न्यायालय चल रहा है। उसे भी साढ़े 5 बीघा जमीन मारूप पर विधि कॉलेज के समीप दी गई है। यहां का स्थान भी वाहन पार्किंग के लिए उपयोग में लाया जाएगा। इस दौरान नगरपालिका की ओर से सीएमओ शमशाद पठान भी शामिल थे। इस दौरान बताया गया कि आबकारी विभाग का जो पुराना वेयर हाऊस है उसका भी प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।
जैसा स्टेशन सुंदर बना है वैसा ही मार्ग सुंदर हो- कलेक्टर
अशोकनगर का रेलवे स्टेशन देश के खूबसूरत रेलवे स्टेशनों में से एक बन गया है। स्टेशन की सुंदरता के बाद कलेक्टर इस बात का प्रयास कर रही हैं कि स्टेशन रोड पर बने मकान और दुकान भी यदि एक रंग के नजर आएं तो यह मार्ग भी शहर के बेहतरीन मार्गों में शामिल हो सकता है। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में स्टेशन रोड के निवासियों की एक बैठक आयोजित की जाएगी और उनसे इस काम में सहयोग लेने की अपील की जाएगी। एक अप्रैल के बाद शहर का गांधी चौक बेहतरीन होगा। स्टेशन मार्ग भी सुंदर मार्गों में तब्दील होगा। इसके बावजूद भी यदि नियमों का उल्लंघन किया गया तो ऐसे लोगों के विरुद्घ कार्रवाई की जाएगी।