मुंगावली । मंगलवार को ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया। मां ने बच्ची को जन्म देने के बाद उसे मरने के लिए छोड़ दिया। बच्ची को थेले में रखकर खजुरिया गांव के पास सड़क किनारे झाड़ियों फेंक दिया। इस नवजात के लिए पुलिस और डायल 100 के जवान फरिश्ता बन गए। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जैसे ही लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस और डायल 100 महज 15 मिनट में मौके पर पहुचीं। झाड़ियों में बिलख रही इस मासूम बच्ची को गोद में उठाकर पुलिस आरक्षक अचल गुर्जर मुंगावली सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। बच्ची को भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने इस नवजात के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ बताया है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने न सिर्फ बच्ची को नए कपड़े पहनाए बल्कि इस मासूम का परी नाम भी रख दिया। सुरक्षा की दृष्टि से इस नवजात को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसके परिजनों की तलाश की जा रही है जिन्होंने इस दुधमुंही बच्ची को मरने के लिए फेंक दिया। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा हिमांशु शर्मा ने बताया कि उक्त बालिका को एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है जहां वह स्वस्थ है। उसके पेट की नाल पर शासकीय अस्पताल की क्लिप लगी हुई है जिससे बालिका का जन्म शासकीय अस्पताल में हुआ है लेकिन वह कौनसी अस्पताल में हुआ है इसका पता नहीं है।