अथाईख़ेडा । जिले में भले ही इस बार वर्षा अच्छी हुई हो, लेकिन पर्याप्त से भी अधिक वर्षा होने के बाद जिले के ग्रामों में अभी से जल संकट की आहट मिलने लगी है। अथाईखेड़ा से फुलेदी जाने वाले मार्ग पर ग्राम सागर में जब सभी हैंडपंप जबाव दे गए और शासन-प्रशासन भी पानी उपलब्ध कराने की कोई पहल नहीं कर पाया। तब गांव के एक कृषक ने नायाब उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने अपने खेत पर बने कुंए से पानी गांव में पानी उपलब्ध कराने के लिए गोपाल यादव उम्र 30 साल ने गांव तक पाइप लाइन बिछा दी। अब गांव के लोग घर पर बैठकर पानी ले रहे हैं।
सागर गांव के जितने भी जल स्रोत थे वह सब सूख गए हैं। हैंडपंप भी जबाव दे गए हैं। ऐसे में गांव के लोग पानी के लिए अपने घरों से खेतों तक एक से दो किमी दूर जाकर पानी लाते थे। गांव में पुम्ष से लेकर महिलाएं व बच्चे भी इसी काम में लग जाते थे। जब गांव के लोगों की इस परेशानी को गोपाल यादव ने देखा तो उसने निर्णय लिया कि गांव के लोगों को पानी से वह परेशान नहीं होने देंगे। उसने अपने खेत में बने कुंए से गांव के लोगों को पानी देने का निर्णय लिया। जिसके लिए उसने पहले कुंए से गांव तक पाइप लाइन बिछाई। उसके बाद घरों तक नल भी लगवाए ताकि गांव के लोग आसानी से पानी ले सकें। प्रतिदिन एक से दो घंटे मोटर चलाकर पानी देने का काम करने वाले गोपाल यादव के प्रयासों से गांव के हर घर में पानी मिल रहा है।
ट्रैक्टर पर टंकी बांधकर भी पहुंच रहे गांव
लोग अपनी हर समस्या के लिए शासन-प्रशासन का मुंह ताकते रहते हैं। यदि वह खुद हिम्मत जुटाएं तो बड़े से बड़ा काम कर सकते हैं। गोपाल यादव इस इलाके में लोगों के लिए एक उदाहरण बन गए हैं। वैसे तो वह पाइप लाइन से पानी उपलब्ध करा रहे हैं। इसके बाद भी यदि गांव के लोगों को यदि पानी नहीं मिल पाता है तो वह अपने ट्रैक्टर पर टंकी बांधकर गांव में पानी ला रहे हैं। ताकि कोई भी घर ऐसा न हो जिसे पानी न मिल पाए। गांव के वह घर जहां पाइप लाइन नहीं पहुंच पाई है वहां के लोग ट्रैक्टर से पानी पहुंचने पर जमा हो जाते हैं और पानी लेकर आपूर्ति करने में लगे हैं।