खरगोन / कोरोना वायरस संक्रमण व निमोनिया-सर्दी खांसी से प्रभावित मरीजों के लक्षण मिलते-जुलते होने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन ने इससे प्रभावित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करना शुरू कर दिया है। बुधवार को शहर के संजयनगर क्षेत्र निवासी 15 वर्षीय किशोरी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। वह 8 दिन से निमोनिया से पीड़ित बताई जा रही है। पीड़िता आगामी 48 घंटे तक डॉक्टरों की देखरेख में रहेगी। उसे निजी अस्पताल में इलाज के बाद बुधवार को जिला अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने मरीज में कोरोना वायरस जैसे ही संदिग्ध लक्षण दिखाई देने के बाद ऐहतियातन उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। तीन दिन में एक महिला के बाद यह दूसरा मामला है। डॉक्टरों का मानना है दोनों मरीज अन्य किसी भी काेराेना मरीज के संपर्क में नहीं थे। इसलिए उनके सैंपल नहीं भेजे गए। अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के संदिग्ध होने के बाद उसकी केस हिस्ट्री निकाली। इसमें दोनों पीड़िताओं के परिवार में किसी विदेशी के नहीं लौटने व पीड़ित किसी दूसरे संक्रमित शहर से भी नहीं आई हैं। किशोरी शहर में थी। इसलिए अस्पताल प्रबंधन ने उसका सेंपल भी नहीं लिया।
48 घंटे बाद महिला की हालत में सुधार
जिला अस्पताल में एक अन्य कोरोना का संदिग्ध 35 वर्षीय महिला को 16 मार्च को भर्ती किया था। उसकी हालत में सुधार आया है। सर्दी खांसी से पीड़ित होने के बाद महिला को जिला अस्पताल के ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था। महिला की हालत में तेजी से सुधार आया है। अब वह खतरे से बाहर है।
परीक्षा में... एक टेबल पर एक परीक्षार्थी
पीजी कॉलेज में चल रही परीक्षाओं में अब सतर्कता बरती जा रही है। एक टेबल पर एक ही विद्यार्थी को बैठाया जा रहा है। परीक्षा केंद्र के पास साबुन रख दी है जिससे की विद्यार्थी हाथ धो सके। पीजी कॉलेज में 1800 से लेकर 2500 विद्यार्थी एक ही शिफ्ट में परीक्षा दे रहे हैं। इससे उन्हें पास-पास में ही बैठाया जा रहा था।
पीड़ित से संपर्क वाले मरीज का लेंगे सैंपल
स्वास्थ्य विभाग अब हर संदिग्ध मरीज का कोरोना वायरस के लिए सेंपल नहीं लेगा। शासन से मिले नए आदेश के बाद अब केवल उन्हीं मरीजों का सेंपल लिया जाएगा, जो सीधे रूप से कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो। इसी के चलते खरगोन की किशोरी के सेंपल नहीं लिए।
8 दिन से निमोनिया से पीड़ित एक किशोरी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। क्योंकि कोरोना के लक्षण भी निमोनिया व सर्दी-खांसी के लक्षण से मिलते जुलते हैं।
डॉ. आर जोशी, सिविल सर्जन जिला अस्पताल
सुबह पंचायत ने रोका, दोपहर में पुलिस ने समझाया, शाम को फिर लगाई दुकानें
घुघरियाखेड़ी/धुलकाेट. कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने 31 मार्च तक साप्ताहिक हाट व मवेशी बाजार के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बावजूद बुधवार को धुलकोट व घुघरियाखेड़ी में व्यापारी सामान लेकर पहुंच गए। पंचायत ने इन्हें दुकानें लगाने से रोका।
घुघरियाखेड़ी में मंगलवार शाम पंचायत ने मुनादी करवाकर हाट बाजार नहीं लगने की सूचना दी। इसके बाद भी गोगावां व आसपास के क्षेत्र के व्यापारी सब्जी व अन्य सामान की दुकानें लगने पहुंचे। सचिव बलीराम यादव व सहायक सचिव रूपसिंह निहाल ने इन्हें जिला प्रशासन का आदेश दिखाते हुए दुकानें लगाने से रोका। कई व्यापारी सामान लेकर लौट गए। लेकिन कुछ दोपहर बाद आए और दुकानें लगा ली। सचिव ने गोगावां पुलिस को बुलवाया। पुलिस के लौटते ही फिर दुकानें लगा ली। धुलकोट में भी पंचायत ने व्यापारियों को दुकानें लगाने से रोका। सब्जी विक्रेता लखन वर्मा व कपड़ा व्यापारी लोकेश जैन ने बताया दोपहर में सामान लेकर वापस आ गए। दुकानें नहीं लगने से आसपास के गांवों से आए ग्रामीण परेशान होते रहे।