ग्वालियर / दुनिया कोरोना वायरस के खतरे के कारण चिंतित है। भारत में इससे बचाव के लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है, लेकिन ग्वालियर में प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। दस दिन में जर्मनी, लंदन, मलेशिया और सिंगापुर से 20 विदेशी यहां आए। होटलों में ठहरे, बाजारों और पर्यटन स्थलों पर घूमे और चले गए, लेकिन एहतियात के तौर पर न इनकी स्क्रीनिंग की गई और न ही इन्हें आइसोलेशन में रखा गया। प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने इनकी ओर ध्यान तक नहीं दिया। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक 36 ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग की है, जो विदेश से ग्वालियर आए। इनमें से 31 भारतीय थे, जो विदेश में रहते हैं। जबकि एक इटली का नागरिक था। यह आंकड़ा 28 जनवरी से लेकर 19 मार्च तक का है।
दुबई में बेटे से मिलकर लौटे पिता को लोगों ने घेरा, पुलिस बुलाई
दुबई में रहने वाले बेटे से मिलकर घर लौटे एक व्यक्ति काे पड़ाेसियाें ने घेर लिया। घटना बुधवार-गुरुवार की रात सिकंदर कंपू क्षेत्र की है। लोगों ने पुलिस बुला ली और जांच कराई।
लापरवाही के 2 कारण... समन्वय की कमी और स्पष्ट आदेश न होना
1. प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग में समन्वय नहीं है। जबकि कलेक्टर ने सभी विभागों की बैठक ली थी, जिसमें निर्देश दिए थे कि कोई भी संदिग्ध दिखे, या बाहर से आया हो तत्काल सूचना प्रशासन काे दें।
2. होटल प्रबंधन ने विदेशियों के ठहरने की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इससे वंचित रखा। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने भी पुलिस से यह जानकारी नहीं मांगी।
वहीं डॉ.एसके वर्मा, सीएमएचओ के मुताबिक, विदेशियों की जांच के लिए हमारे पास भोपाल से सूची आ रही है, उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। हमें स्पेशल ब्रांच की तरफ से सूचना ही नहीं मिली।